भोपाल । मध्य प्रदेश में आज गुरुवार को सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। इन ग्राम सभाओं में किसानों के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रारंभ की गई भावांतर योजना के प्रावधानों और लाभ के बारे में बताया जाएगा। साथ ही दशहरा मिलन समारोह भी इन ग्राम सभाओं में होंगे। वन अधिकार अधिनियम की जानकारी दी जायेगी। आदि कर्मयोगी अभियान के बारे में बताया जायेगा।
जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने बताया कि ग्राम सभा में विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी...- भावांतर भुगतान योजनाः- किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य एवं सम्मान देना मध्य प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य से भावांतर भुगतान योजना वर्ष 2025 लागू की गई है, जिसमें भारत सरकार द्वारा सोयाबीन का घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तथा राज्य के मंडी के मॉडल भाव/विक्रय मूल्य के अंतर की राशि कृषकों को दिलवाने का प्रावधान किया गया है।
भावांतर योजना ऐसे करेगी कामः -- किसान द्वारा ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य होगा।- किसान पूर्व की तरह अपनी उपज मंडियों में बेचेंगे।- एमएसपी और मंडी का मॉडल भाव/विक्रय मूल्य के बीच के अंतर की राशि का किसान को डीबीटी से भुगतान किया जाएगा।- उचित औसत गुणवत्ता (FAQ) की उपज हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी रहेगी।
पंजीयन- पंजीयन 3 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ होगा। पंजीयन 17 अक्टूबर 2025 तक कराया जा सकेगा।किसानों को यहाँ कराना होंगे अपने पंजीयन- सोसाइटी स्तर पर स्थापित पंजीयन केंद्र- ग्राहक सेवा केंद्र / एमपी ऑनलाइन किओस्क/ एमपी किसान एप पर योजना कब से होगी प्रभावशीलकिसान इस योजना का लाभ लेने के लिए 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक मंडी में अपनी फसल विक्रय कर सकेंगे।
लाभः- विक्रय मूल्य, एमएसपी से कम लेकिन मंडी के मॉडल भाव से अधिक होने पर विक्रय मूल्य एवं एमएसपी के अंतर की राशि किसान को प्रदान की जाएगी। उदाहरण के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5328 रुपये और सोयाबीन का मॉडल भाव 4600 रुपये हुआ तथा किसान का विक्रय मूल्य 4800 रुपये रहा तो विक्रय मूल्य एवं एमएसपी के अंतर की राशि 428 रुपये भावांतर की राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
विक्रय मूल्य, एमएसपी और मंडी के मॉडल भाव दोनों से कम होने पर एवं एमएसपी के अंतर की राशि किसान को प्रदान की जाएगी उदाहरण के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5328 रुपये और सोयाबीन का मॉडल भाव 4600 रुपये हुआ तथा किसान का विक्रय मूल्य 4500 रुपये रहा तो मॉडल भाव एवं एमएसपी के अंतर की राशि 728 रुपये भावांतर की राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
भुगतान कब और कैसे होगा15 दिवस में भावांतर की राशि का किसान के आधार लिंक बैंक खाते में शीघ्र अंतरण किया जाएगा। विगत 2 सप्ताह में विक्रय की गई सोयाबीन का औसत विक्रय मूल्य, यह प्रतिदिन निर्धारित होगा।
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