जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए बुधवार शाम पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए। इसमें पर्यटक, मेडिकल, व्यापार, सम्मेलन और धार्मिक यात्रा वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर अपने देश लौटना होगा। केंद्र सरकार के आदेश के बाद खुफिया एजेंसी और सीआईडी जोन सक्रिय हो गई है। सीआईजी जोन के अनुसार जिले में पर्यटक, मेडिकल, व्यापार, सम्मेलन और धार्मिक यात्रा वीजा पर कोई भी पाकिस्तानी नागरिक मौजूद नहीं है। वर्तमान में 6 पाकिस्तानी नागरिक विस्थापन और वैवाहिक कारणों से लॉन्ग टर्म वीजा पर अजमेर में रह रहे हैं।
इस बार उर्स में आना मुश्किल
अजमेर में ख्वाजा साहब का 814वां उर्स दिसंबर 2025 में है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि इस बार उर्स में पाकिस्तानी जायरीनों का आना मुश्किल है। गौरतलब है कि पिछले बीस सालों में भारत और पाकिस्तान के बीच हालात विभिन्न कारणों से तनावपूर्ण रहे हैं। इनमें कारगिल युद्ध, मुंबई आतंकी हमला, पठानकोट और उरी हमला, कश्मीर में आतंकी गतिविधियां और अन्य मामले शामिल हैं। ऐसे में वर्ष 2013, 2014, 2018 और 2019 में पाकिस्तानी जत्थे को वीजा नहीं मिल पाया था। इसके अलावा कोविड-19 के दौरान 2020 और 2021 में उर्स में पाकिस्तानी नागरिक शामिल नहीं हो पाए थे।
दरगाह पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दुआ की गई
पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले के बाद बुधवार को वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दुआ की गई। इसके अलावा कैंडल मार्च निकाला गया।
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