जयपुर में राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) ने जिला क्रिकेट संघों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। पाली जिला क्रिकेट संघ की मान्यता और संबद्धता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई है। पाली जिला क्रिकेट संघ के चुनावों में गंभीर अनियमितताओं और कथित धांधली के आरोपों के बाद यह कार्रवाई की गई है। आरसीए की एडहॉक कमेटी के संयोजक और श्रीगंगानगर जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष जयदीप बिहानी ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर पाली डीसीए सचिव धर्मवीर सिंह पर चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। इस पत्र के जरिए मान्यता रद्द करने के फैसले से पाली जिला क्रिकेट संघ को अवगत करा दिया गया है।
दूसरी ओर, आरसीए ने बीकानेर जिला क्रिकेट संघ को चेतावनी नोटिस जारी किया है। 10 मई 2025 को भेजे गए पत्र में बीकानेर डीसीए को सात दिन के भीतर संगठन से जुड़ी वित्तीय और प्रशासनिक जानकारी पेश करने को कहा गया तय समय सीमा में जवाब न देने के कारण अब आरसीए ने बीकानेर डीसीए सचिव रतन सिंह शेखावत को 22 मई 2025 तक जानकारी प्रस्तुत करने का अंतिम मौका दिया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि बीकानेर डीसीए तय समय सीमा में जवाब नहीं देता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें मान्यता रद्द करना भी शामिल हो सकता है।
आरसीए की पृष्ठभूमि और स्थिति
आरसीए के इस सख्त रुख को राजस्थान के क्रिकेट प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मार्च 2024 में राजस्थान सरकार ने आरसीए की कार्यकारिणी को भंग कर एक तदर्थ समिति गठित की थी, जिसमें जयदीप बिहानी को संयोजक और धनंजय सिंह खींवसर, धर्मवीर सिंह, हरीशचंद्र सिंह, रतन सिंह शेखावत और पवन गोयल को सदस्य नियुक्त किया गया था। यह समिति लोकसभा चुनाव के बाद तीन महीने के भीतर आरसीए के नए चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार है।
पाली डीसीए के मामले में धर्मवीर सिंह पर चुनाव प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन करने और अपारदर्शी तरीके से काम करने का आरोप है। यह कार्रवाई आरसीए की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें जिला क्रिकेट संघों को वित्तीय और प्रशासनिक अनुशासन का पालन करने के लिए जवाबदेह बनाया जा रहा है। पिछले दिनों धनंजय सिंह खींवसर की शिकायत पर नागौर जिला क्रिकेट संघ में वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू की गई थी, जिसके लिए राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद ने उप रजिस्ट्रार (सोसायटी) को पत्र लिखा था।
बीकानेर डीसीए को चेतावनी
बीकानेर जिला क्रिकेट संघ को जारी किया गया नोटिस आरसीए द्वारा सभी जिला संघों को नियमों के दायरे में लाने के प्रयास का हिस्सा है। 10 मई को भेजे गए पत्र में बीकानेर डीसीए से संगठन के वित्तीय खातों, सदस्यता विवरण और प्रशासनिक कार्यों से संबंधित दस्तावेज मांगे गए थे। जवाब नहीं मिलने पर आरसीए ने कड़ा रुख अपनाते हुए रतन सिंह शेखावत को व्यक्तिगत नोटिस भेजकर 22 मई तक का अंतिम मौका दिया है। अगर बीकानेर डीसीए इस समय सीमा का पालन नहीं करता है तो उसकी मान्यता भी खतरे में पड़ सकती है।
क्रिकेट प्रशासन में सुधार की मांग
आरसीए की इस कार्रवाई से राजस्थान के क्रिकेट समुदाय में हलचल मच गई है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे क्रिकेट प्रशासन में सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम मान रहे हैं, तो कुछ इसे आरसीए की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा बता रहे हैं। पाली डीसीए सचिव धर्मवीर सिंह ने अभी तक इस कार्रवाई पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वे इस फैसले को चुनौती देने पर विचार कर रहे हैं।
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