राजस्थान के उदयपुर जिले में मंगलवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। स्कूल से लौटते वक्त एक 4 साल के मासूम बच्चे की उसी स्कूल बस के पिछले पहिए के नीचे आने से दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद इलाके में मातम छा गया और गुस्साए लोगों ने स्कूल प्रशासन और ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप लगाया।
बस से उतरते ही हुआ हादसाजानकारी के अनुसार, मासूम बच्चा मंगलवार दोपहर स्कूल से छुट्टी के बाद उसी बस से घर लौट रहा था। बस जैसे ही उसके घर के पास रुकी, बच्चा नीचे उतरा ही था कि ड्राइवर ने बस को तेजी से आगे बढ़ा दिया। अचानक बच्चे का संतुलन बिगड़ गया और वह बस के पिछले टायर के नीचे आ गया।
हादसा इतना भयावह था कि बच्चा मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों और परिजनों ने तुरंत बच्चे को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मासूम की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रबंधन और ड्राइवर की लापरवाही को हादसे की मुख्य वजह बताया।
गुस्साए लोगों ने बस को रोक लिया और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया।
हादसे के तुरंत बाद बस ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है और आरोपी ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से मृत्यु का कारण बनने (धारा 304A) के तहत मामला दर्ज किया है।
थाना अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और बस में सवार अन्य बच्चों के बयान के आधार पर पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि बस में कोई अटेंडेंट या हेल्पर मौजूद क्यों नहीं था, जो बच्चों को सुरक्षित उतरने में मदद कर सके। अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रशासन को इस संबंध में पहले भी सावधानी बरतने को कहा गया था, लेकिन सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया।
पुलिस ने बताया कि मामले में स्कूल प्रशासन से भी पूछताछ की जाएगी और यदि लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा एक बार फिर से स्कूल वाहनों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। कई स्कूल बसें बिना प्रशिक्षित ड्राइवर और अटेंडेंट के चल रही हैं। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार, हर स्कूल बस में एक सहायक कर्मचारी की उपस्थिति अनिवार्य है, लेकिन अक्सर इसका पालन नहीं किया जाता।
प्रशासन ने जताया दुखउदयपुर के जिला प्रशासन ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और कहा है कि पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी। अधिकारियों ने निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी स्कूलों में बस सुरक्षा मानकों की तत्काल जांच की जाए।
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