भागलपुर, 6 सितंबर (हि.स.)। भागलपुर सिल्क नगरी के नाम से जाना जाता है और यहां का सिल्क देश से लेकर विदेश तक फैला हुआ है। ऐसे में एक बार जहां ट्रंप टैरिफ की मार बुनकरों ने झेली लेकिन मां दुर्गा ने बुनकरों की झोली में खुशियली भी दी है।
उल्लेखनीय है कि इस बार दुर्गा पूजा को लेकर शहर के बुनकरों को एक बड़ा ऑर्डर मिला है, जिससे इन लोगों को थोड़ा सा राहत जरूर हुआ है।
दुर्गा पूजा को लेकर पूरे बुनकर क्षेत्र की बात कर ले तो करीब 5 करोड़ का आर्डर पूरे बुनकर क्षेत्र को मिला है। यह अलग-अलग महानगरों से बुनकर क्षेत्र में आर्डर मिला है। बुनकरों को कोलकाता, दिल्ली, मुंबई समेत अन्य शहरों से आर्डर मिला है, जिससे बुनकरों को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा को लेकर यहां पर हर वर्ष स्पेशल साड़ियां तैयार की जाती है। जो अलग-अलग शहरों में भेजी जाती है। इस बार कोलकाता की बात करें तो यहां पर मस्राइज साड़ियां भेजे जाएंगे, जिस पर कट वर्क काम किया हुआ होगा, जो बिल्कुल ही देखने में खूबसूरत और अलग डिजाइन में होगी। दिखने में जितनी खूबसूरत होगी उतना ही पहनने में भी कंफर्ट होगा।
मस्राइज कट वर्क की बात करें तो यह अलग-अलग डिजाइन में तैयार होती है। इस पर अलग-अलग वर्क किया होता है। कटवर्क यानी कि इसके बॉर्डर पर कई तरह के डिजाइन तैयार की जाती है, जो दिखने में काफी खूबसूरत होती है। वहीं मस्राइज साड़ी की बात करें तो यह काफी हल्की साड़ियां होती है और कम रेंज में अच्छी साड़ियां उपलब्ध हो जाती है।
बुनकर सह सिल्क कारोबारी संजीव कुमार बताते हैं कि बुनकर क्षेत्र को जहां विदेशी ऑर्डर पर रोक लगी है, वहीं दुर्गा पूजा में यह आर्डर बुनकरों को जरूर राहत देगी। यह कपड़ा तैयार करने में बुनकर लग गए हैं। 5 से 7 दिनों में यह आर्डर यहां से भेज दिया जाएगा। कोलकाता की बात कर लें तो वहां पर दुर्गा पूजा में सबसे अधिक बिकने वाली साड़ी बाटिक प्रिंट होती है, जो प्रिंट हाथ और मशीन दोनों से तैयार की जाती है। मोम के माध्यम से उस प्रिंट को तैयार किया जाता है, जो देखने में काफी खूबसूरत लगती है। इस साड़ी की कीमत 800 रुपया से शुरू हो जाती है और 3000 रुपया तक जाती है।
वहीं मस्राइज कटवर्क की बात करें तो 1300 रुपया से साड़ी शुरू होती है और इसकी कीमत 4000 तक जाती है। खासकर मस्राइज कर्टवर्क की बात करें तो साउथ में इसका अच्छा खासा डिमांड है और कोलकाता से भी इस बार अच्छा खासा आर्डर मिला है। अगर एक बुनकर की बात कर लें तो 300 से अधिक साड़ियों के आर्डर एक बुनकरों के पास आए हुए है। वहीं दिल्ली और अन्य शहरों से भी अच्छे खासे आर्डर मिले हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर
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