Dry Fruit Market: भारत में सर्दियों के मौसम में ड्राइ फ्रूट्स का डिमांड बढ़ने लगता है। काजू को और बदाम को अन्य ड्राइ फ्रुट्स की तुलना में काफी पसंद किया जाता है। भारत में काजू और बादाम की खेती कम होती है, जिसकी वजह से इसकी कीमत ज्यादा होती है। मौजूदा समय में भारत में काजू की कीमत 800 से लेकर 1000 रुपये प्रतिकिलो हैं, जिसे आम आदमी आसानी के साथ नहीं खरीद पाता
लेकिन इस लेख में हम आपको भारत में ऐसी जगह बताने वाले हैं, जहां 1000 रुपये किली बिकने वाला काजू केवल 30 से 50 रुपये प्रतिकिलो मिल जाता है। ये जगह कहीं और नहीं बल्कि भारत में ही है।
भारत के इस राज्य में होती है खेतीजानकारी के लिए बता दें कि झारखण्ड के शहर जामताड़ा ज़िले में काजू बेहद ही सस्ते दामों में बेचा जाता है। जामताड़ा को भारत की फीशिंग राजधानी भी कहा जाता है। फिशिंग स्कैम को लेकर इस पर एक वेबसीरीज़ भी बन चुकी है, जिसे आप नेटफिलिक्स पर देख सकते हैं। बहरहाल जामताड़ा शहर से केवल 4 किलोमीटर दूर नाला नामक गांव में काजू की खेती होती है।
30 से 40 रुपये किलो काजू30 से 40 रुपये में भारत में आपको अच्छी सब्जियां खरीदना मुश्किल है, लेकिन जामताड़ा के नाला गांव में आप केवल 30 से 40 रुपये में एक किलो काजू खरीद सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो यहां 50 एकड़ में काजू की खेती होती है। साल 2010 में इस जगह को जलवायु और मिट्टी को काजू की खेती के लिए अनुकूल पाया गया था। यह जगह काफी विकसित नहीं है ऐसे में यहां के किसान काजू को सस्ते दामों पर बेच देते हैं।
कुछ इस तरह हुई खोजरिपोर्ट्स के मुताबिक जब जामताड़ा जिले में आइएएस कुपानंग झा जामताड़ा के डिप्टी कमिश्ननर थे तब उन्हें पता चला कि नाला की जलवायु परिस्थिति काजू के लिए उपयुक्त है। ऐसे में उन्होंने कुछ कृषि वैज्ञानिक से इस विषय पर बात की और वहां के किसानों को खेती के लिए कहा। हालांकि यहां के किसानों को इसका फायदा नहीं मिलता है क्योंकि वे कम दामों में काजू की ब्रिकी कर देते हैं।
You may also like
Travel Tips: जाना चाहते हैं घूमने और बजट हैं कम तो फिर पहुंच जाएं आप भी इन जगहों पर
Union Bank Recruitment 2025: 500 स्पेशल ऑफिसर पदों पर निकली भर्ती, 20 मई तक करें आवेदन
जबलपुर में स्नैपचैट पर दोस्ती कर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, मामला दर्ज
औरतों की इन चीजों से सबसे ज्यादा आकर्षित होते हैं मर्द. क्या आपको पता था ? 〥
रूह अफजा मामले में विवादित बयान के लिए बाबा रामदेव को दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाई फटकार