कोलकाता, 22 अप्रैल . कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान अजिंक्य रहाणे का कहना है कि उन्हें गेंदबाजों से “कोई शिकायत नहीं” है और उनकी लड़खड़ाती बल्लेबाजी ही आठ में पांचवीं हार की मुख्य वजह है. केकेआर के मेंटर ड्वेन ब्रावो ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि मौजूदा चैंपियन “आत्मविश्वास खो चुके हैं.”
केकेआर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी, जिसके बाद गुजरात टाइटंस ने 198/3 का स्कोर खड़ा किया. जवाब में केकेआर की टीम 159/8 पर सिमट गई और उन्हें 39 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
रहाणे ने मैच के बाद कहा, “मुझे लगा कि 199 का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, और हमने गेंद से वापसी भी अच्छी की. जब आप 199 का पीछा कर रहे हों, तो आपको अच्छी शुरुआत की जरूरत होती है, जो हमारे लिए पूरे टूर्नामेंट में समस्या रही है. हमने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन बल्लेबाजी में चूक हुई. अब हमें जल्दी से सीखना होगा और आगे बढ़ते रहना होगा.”
ब्रावो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंद्रे रसेल के प्रदर्शन (छह पारियों में 55 रन, स्ट्राइक रेट 119.56) पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, “हमने एक टीम के रूप में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, यही सच्चाई है. सिर्फ रसेल ही नहीं, कई बल्लेबाज जूझ रहे हैं. आईपीएल ऐसा टूर्नामेंट है जहां शुरुआत खराब हो जाए तो आत्मविश्वास गिर जाता है, वही इस समय हो रहा है.”
उन्होंने कहा, “जब रसेल बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो रन रेट 14-15 होता है. असली काम ऊपर के बल्लेबाजों को करना चाहिए ताकि रसेल को मैच खत्म करने का मौका मिले जैसा उन्होंने केकेआर के लिए पहले किया है.”
केकेआर की समस्याएं बल्लेबाजी की शुरुआत से ही दिख रही हैं. आठ मैचों में उनके तीनों ओपनिंग संयोजन असफल रहे हैं. सोमवार को रहमनुल्लाह गुरबाज और सुनील नारायण की नई जोड़ी भी सिर्फ पांच गेंद ही टिक सकी. केकेआर के ओपनर्स का इस सीजन में सबसे खराब औसत (19.00) है और रहाणे ने इसे बड़ी कमजोरी बताया.
उन्होंने कहा, “जब आप बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे हों, तो आपको अपने ओपनिंग बल्लेबाजों से अच्छी शुरुआत की उम्मीद होती है. हमें उसी क्षेत्र में सुधार करना है. हमारे गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, मैच दर मैच वे बेहतर हो रहे हैं. हमें मिडिल ओवर्स में बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी, वहीं हम पिछड़ रहे हैं.”
रहाणे की 36 गेंदों में 50 रनों की पारी को छोड़कर कोई और बल्लेबाज नहीं चला. अंगकृष रघुवंशी, जो हालिया फॉर्म में हैं, नंबर 9 पर इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में आए जबकि वेंकटेश अय्यर, रिंकू सिंह, रमनीप सिंह, रसेल और मोईन अली को उनसे ऊपर भेजा गया. रघुवंशी ने कुछ आकर्षक शॉट खेले लेकिन तब तक मैच हाथ से निकल चुका था. ब्रावो ने बताया कि यह बदलाव राशिद खानऔर साई किशोर जैसे स्पिनरों के खिलाफ बाएं-दाएं हाथ का संयोजन बनाने के उद्देश्य से किए गए.
ब्रावो बोले, “हमने बाएं-दाएं हाथ का कॉम्बिनेशन बनाने की कोशिश की. हमारे पास टॉप ऑर्डर में दोनों हाथों के क्वालिटी बल्लेबाज हैं. हम उनका बेहतर इस्तेमाल करना चाहते थे. दुर्भाग्य से अंगकृष को नीचे आना पड़ा.”
“लेकिन फिर से, हमारे बल्लेबाजों का आत्मविश्वास कम है. आमतौर पर रन और फॉर्म आत्मविश्वास लाते हैं, लेकिन फिलहाल यह नहीं हो रहा है. खिलाड़ी मेहनत कर रहे हैं, अभ्यास कर रहे हैं. हम उनके प्रयासों पर सवाल नहीं उठा सकते, बस अभी परिणाम नहीं मिल रहा.”
रहाणे ने आने वाले मैचों में टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा, “इस फॉर्मेट में हमेशा बहादुर बनने की ज़रूरत होती है. जो हो गया, उसे पीछे छोड़कर सीख लेना जरूरी है.”
“अगर बल्लेबाज आउट होने के बारे में सोचेंगे तो आउट ही होंगे. अगर रन बनाने, चौका या छक्का मारने के बारे में सोचेंगे, तो वही होगा. मुझे यकीन है हमारे बल्लेबाज ऐसा ही सोच रहे होंगे, बस समय का इंतजार है.”
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आरआर/
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