कोलकाता, 2 नवंबर . बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के जवानों पर एक किसान को बांग्लादेशी नागरिक होने के शक में पीटने का आरोप लगा है. यह घटना Sunday को नदिया जिले के चापरा Police स्टेशन इलाके में हुई. Police ने Sunday को यह जानकारी दी.
घायल किसान रफीकुल मोल्लाह ने बीएसएफ जवानों के खिलाफ चापरा थाने में लिखित शिकायत दर्ज की है. घटना के बाद हटखोला गांव में तनाव बढ़ गया है. यह गांव चापड़ा थाने के अंतर्गत आता है. अभी पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची की विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) चल रही है.
Police सूत्रों के मुताबिक, रफीकुल सुबह हटखोला गांव में एक चाय की दुकान पर कुछ गांव वालों से बात कर रहा था. वह उसी इलाके का रहने वाला है और पेशे से किसान है.
मीडिया से बात करते हुए रफीकुल ने कहा, “मैं एक चाय की दुकान पर बैठा था, तभी अचानक कुछ बीएसएफ के जवान वहां आ गए. वे मुझे ज़बरदस्ती उठाकर ले गए और काफी देर तक एक जगह बिठाए रखा. उन्होंने मुझे बांग्लादेशी समझकर परेशान किया. वे चाहते थे कि मैं मान लूं कि मैं दूसरी तरफ से घुसपैठ करके आया हूं.”
किसान ने आगे आरोप लगाया कि जब उन्होंने उनके दावे को मानने से इनकार कर दिया, तो बीएसएफ जवानों ने उनकी पिटाई की. उन्होंने मेरे पैरों में जंजीरें बांध दीं और मुझे बुरी तरह पीटा. मुझे अपनी जान का खतरा है.
बाद में किसान को एक लोकल हॉस्पिटल ले जाया गया और अभी उसका इलाज चल रहा है.
इस मामले में स्थानीय Police स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है. हालांकि, बीएसएफ की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.
कृष्णानगर Police जिले की डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ Police (डीएसपी) शिल्पी पॉल ने कहा कि हमें बीएसएफ कंपनी कमांडर और एक वर्कर के खिलाफ मारपीट की लिखित शिकायत मिली है. हमने कंपनी कमांडर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह अभी असम में हैं. हम मामले की जांच कर रहे हैं.
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पीएसके
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