नई दिल्ली: डाक विभाग 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए सभी प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय डाक सेवाएं फिर से शुरू करने जा रहा है। अमेरिका के लिए डाक सेवाएं पहले 22 अगस्त के एक निर्देश के माध्यम से निलंबित कर दी गई थीं, जो अमेरिका द्वारा जारी कार्यकारी आदेश 14324 के बाद जारी किया गया था। इसमें सभी डाक शिपमेंट के लिए न्यूनतम उपचार को निलंबित कर दिया गया था।
एक बयान में कहा गया कि आयात शुल्क के संग्रह और प्रेषण के लिए अमेरिकी टैरिफ और सीमा सुरक्षा द्वारा शुरू की गई नियामक आवश्यकताओं के कारण यह निलंबन आवश्यक था। व्यापक प्रणाली विकास (सीएसडी), सीबीपी-अनुमोदित योग्य पक्षों के साथ समन्वय और सफल परीक्षणों के बाद इंडिया पोस्ट ने अब डिलीवरी ड्यूटी पेड प्रोसेसिंग के लिए एक अनुपालन तंत्र (कंप्लायंस मैकेनिज्म) स्थापित कर लिया है।
22 अगस्त को निलंबित कर दी थीं डाक सेवाएं बता दें कि भारत ने 22 अगस्त को अमेरिका के लिए डाक सेवाएं निलंबित कर दी थीं क्योंकि अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी नए नियमों में स्पष्टता की कमी थी, जिससे एयरलाइनों ने शिपमेंट ले जाने से इनकार कर दिया था। इसके अलावा, अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा (CBP) द्वारा नए नियम लागू किए गए थे, जिनमें आयात शुल्क के संग्रहण और प्रेषण की प्रक्रिया में बदलाव किया गया था।
ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए फायदेमंद होगीअब 15 अक्टूबर से भारत ने अमेरिका के लिए डाक सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। नई प्रक्रिया के तहत, अमेरिका भेजे जाने वाले डाक शिपमेंट पर सभी लागू सीमा शुल्क बुकिंग के समय ही वसूल कर लिए जाएंगे। सीधे अमेरिकी अधिकारियों को भेज दिए जाएंगे। इससे ग्राहकों को कोई अतिरिक्त टैरिफ नहीं देना होगा। डाक शुल्क पहले की तरह ही लागू रहेंगे। नई डिलीवरी ड्यूटी पेड (DDP) प्रक्रिया MSME, कारीगरों, छोटे व्यापारियों और ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए फायदेमंद होगी। इस प्रक्रिया से निर्यातकों को संशोधित अमेरिकी आयात आवश्यकताओं का अनुपालन करते हुए किफायती अंतरराष्ट्रीय डिलीवरी दरों का लाभ मिलेगा।
एक बयान में कहा गया कि आयात शुल्क के संग्रह और प्रेषण के लिए अमेरिकी टैरिफ और सीमा सुरक्षा द्वारा शुरू की गई नियामक आवश्यकताओं के कारण यह निलंबन आवश्यक था। व्यापक प्रणाली विकास (सीएसडी), सीबीपी-अनुमोदित योग्य पक्षों के साथ समन्वय और सफल परीक्षणों के बाद इंडिया पोस्ट ने अब डिलीवरी ड्यूटी पेड प्रोसेसिंग के लिए एक अनुपालन तंत्र (कंप्लायंस मैकेनिज्म) स्थापित कर लिया है।
22 अगस्त को निलंबित कर दी थीं डाक सेवाएं बता दें कि भारत ने 22 अगस्त को अमेरिका के लिए डाक सेवाएं निलंबित कर दी थीं क्योंकि अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी नए नियमों में स्पष्टता की कमी थी, जिससे एयरलाइनों ने शिपमेंट ले जाने से इनकार कर दिया था। इसके अलावा, अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा (CBP) द्वारा नए नियम लागू किए गए थे, जिनमें आयात शुल्क के संग्रहण और प्रेषण की प्रक्रिया में बदलाव किया गया था।
ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए फायदेमंद होगीअब 15 अक्टूबर से भारत ने अमेरिका के लिए डाक सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। नई प्रक्रिया के तहत, अमेरिका भेजे जाने वाले डाक शिपमेंट पर सभी लागू सीमा शुल्क बुकिंग के समय ही वसूल कर लिए जाएंगे। सीधे अमेरिकी अधिकारियों को भेज दिए जाएंगे। इससे ग्राहकों को कोई अतिरिक्त टैरिफ नहीं देना होगा। डाक शुल्क पहले की तरह ही लागू रहेंगे। नई डिलीवरी ड्यूटी पेड (DDP) प्रक्रिया MSME, कारीगरों, छोटे व्यापारियों और ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए फायदेमंद होगी। इस प्रक्रिया से निर्यातकों को संशोधित अमेरिकी आयात आवश्यकताओं का अनुपालन करते हुए किफायती अंतरराष्ट्रीय डिलीवरी दरों का लाभ मिलेगा।
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