पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती धर्मेंद्र की हालत इस वक्त गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। अभिनेता धर्मेंद्र को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में कई बार भर्ती कराया गया है। एक अंदरूनी सूत्र ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि 'धरम जी की हालत अच्छी नहीं है। वहीं बीती शाम से हॉस्पिटल के बाहर तमाम फिल्मी सितारों का तांता लगा दिखा। इन सबके बीच बॉबी देओल का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी इमोशनल कर रहा है।
बता दें कि सनी देओल की टीम ने उन खबरों को गलत बताया है जिनमें कहा गया था कि 'शोले' स्टार धर्मेंद्र वेंटिलेटर पर हैं। उनकी टीम ने बताया, 'धर्मेंद्र की हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। सभी से अनुरोध है कि उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करें और परिवार की प्राइवेसी के अधिकार का सम्मान करें।'
बॉबी इस दौरान काफी इमोशनल दिखे
हालांकि, बीती रात धर्मेंद्र का पूरा परिवार हॉस्पिटल पहुंचा, जिनमें बेटे सनी देओल , पत्नी हेमा मालिनी और बेटी ईशा देओल के अलावा बॉबी भी उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। वीडियो में बॉबी अपना चेहरा कैमरे से बचाते दिख रहे हैं। हालांकि, हॉस्पिटल के बाहर मौजूद पैपराजी के कैमरों में बॉबी देओल का चेहरा नजर आ जाता है। बॉबी इस दौरान काफी इमोशनल दिखे। उनके हाथों में टिश्यू पेपर दिखा और आंखें भी नम दिखीं। इस वीडियो ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।
' जिस मर्द के आंसू जल्दी आ जाएं वो कमजोर नहीं होता'
लोगों ने बॉबी के इस वीडियो पर चिंता जताते हुए कहा है, 'क्या बॉबी रो रहे हैं? देओल परिवार में सारे के सारे बेहद इमोशनल हैं।' वहीं कुछ ने पपाराजी के लिए गुस्सा जताया है और कहा- प्लीज इन लोगों को इस वक्त अकेला छोड़ दीजिए। एक ने कहा- जिस मर्द के आंसू जल्दी आ जाएं वो कमजोर नहीं होता। लोगों ने कहा है- ये अपना चेहरा छिपा रहे हैं, माता-पिता किसके भी हों ऐसे सब वक्त में हर किसी को रोना आता है।' एक अन्य यूजर ने कहा- ये अपने बीमार पिता के लिए रो रहे हैं, इनका रोना देखा नहीं जा रहा।
6 दशक लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्में
बताते चलें कि अपने 6 दशक लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्हें 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। धर्मेंद्र ने 1960 में 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, जिनमें 'फूल और पत्थर', 'सीता और गीता', 'शोले', 'धर्मवीर', 'आंखें', 'राजा जानी', 'गुलामी', 'प्रतिज्ञा', 'नया जमाना', 'द बर्निंग ट्रेन', और 'यादों की बारात' जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने उन्हें न केवल एक हीरो के रूप में स्थापित किया, बल्कि दर्शकों के दिल में भी अमिट छाप छोड़ी।
मैडॉक फिल्म्स की फिल्म 'इक्कीस' में धर्मेंद्र आनेवाले हैं नजर
1990 के बाद उन्होंने लीड रोल के बजाय साइड रोल निभाए, जैसे 'प्यार किया तो डरना क्या', 'अपने', 'यमला पगला दीवाना', और 2024 में रिलीज हुई फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' इसके परफेक्ट उदाहरण हैं। वह अब मैडॉक फिल्म्स की फिल्म 'इक्कीस' के जरिए एक बार फिर बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं।
बता दें कि सनी देओल की टीम ने उन खबरों को गलत बताया है जिनमें कहा गया था कि 'शोले' स्टार धर्मेंद्र वेंटिलेटर पर हैं। उनकी टीम ने बताया, 'धर्मेंद्र की हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। सभी से अनुरोध है कि उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करें और परिवार की प्राइवेसी के अधिकार का सम्मान करें।'
बॉबी इस दौरान काफी इमोशनल दिखे
हालांकि, बीती रात धर्मेंद्र का पूरा परिवार हॉस्पिटल पहुंचा, जिनमें बेटे सनी देओल , पत्नी हेमा मालिनी और बेटी ईशा देओल के अलावा बॉबी भी उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। वीडियो में बॉबी अपना चेहरा कैमरे से बचाते दिख रहे हैं। हालांकि, हॉस्पिटल के बाहर मौजूद पैपराजी के कैमरों में बॉबी देओल का चेहरा नजर आ जाता है। बॉबी इस दौरान काफी इमोशनल दिखे। उनके हाथों में टिश्यू पेपर दिखा और आंखें भी नम दिखीं। इस वीडियो ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।
' जिस मर्द के आंसू जल्दी आ जाएं वो कमजोर नहीं होता'
लोगों ने बॉबी के इस वीडियो पर चिंता जताते हुए कहा है, 'क्या बॉबी रो रहे हैं? देओल परिवार में सारे के सारे बेहद इमोशनल हैं।' वहीं कुछ ने पपाराजी के लिए गुस्सा जताया है और कहा- प्लीज इन लोगों को इस वक्त अकेला छोड़ दीजिए। एक ने कहा- जिस मर्द के आंसू जल्दी आ जाएं वो कमजोर नहीं होता। लोगों ने कहा है- ये अपना चेहरा छिपा रहे हैं, माता-पिता किसके भी हों ऐसे सब वक्त में हर किसी को रोना आता है।' एक अन्य यूजर ने कहा- ये अपने बीमार पिता के लिए रो रहे हैं, इनका रोना देखा नहीं जा रहा।
6 दशक लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्में
बताते चलें कि अपने 6 दशक लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्हें 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। धर्मेंद्र ने 1960 में 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, जिनमें 'फूल और पत्थर', 'सीता और गीता', 'शोले', 'धर्मवीर', 'आंखें', 'राजा जानी', 'गुलामी', 'प्रतिज्ञा', 'नया जमाना', 'द बर्निंग ट्रेन', और 'यादों की बारात' जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने उन्हें न केवल एक हीरो के रूप में स्थापित किया, बल्कि दर्शकों के दिल में भी अमिट छाप छोड़ी।
मैडॉक फिल्म्स की फिल्म 'इक्कीस' में धर्मेंद्र आनेवाले हैं नजर
1990 के बाद उन्होंने लीड रोल के बजाय साइड रोल निभाए, जैसे 'प्यार किया तो डरना क्या', 'अपने', 'यमला पगला दीवाना', और 2024 में रिलीज हुई फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' इसके परफेक्ट उदाहरण हैं। वह अब मैडॉक फिल्म्स की फिल्म 'इक्कीस' के जरिए एक बार फिर बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं।
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