ग्रेटर नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट में आप डिजी यात्रा सिस्टम से पेपरलेस सफर कर सकेंगे। इससे यात्रियों को लाइन में लंबे समय तक इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। बोर्डिंग पास या पहचान पत्र बार-बार दिखाने की प्रक्रिया नहीं होगी। पैसंजर फेस रिकग्निशन तकनीक से सुरक्षा और बोर्डिंग गेट पार कर सकेंगे। इस पहल से भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां एयरपोर्ट का संचालन पूरी तरह डिजिटल होता है।
जेवर में नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है। यह एयरपोर्ट अपने आप में कई रेकॉर्ड बनाएगा। एयरपोर्ट को डिजिटल-1 दृष्टिकोण के साथ विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यात्रियों को सुगम, कुशल और आधुनिक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। यहां एयरपोर्ट पर डिजिटल संचालन में स्विस तकनीक देखने को मिलेगी।
इस तरह कर सकेंगे सफर
अगर आप हवाई सफर करने जा रहे है तो डिजी यात्रा ऐप डाउनलोड कर टिकट की जानकारी डालनी होगी। इसमे आपको अपना आधार कार्ड भी अपडेट करना होगा। L जब आप एयरपोर्ट पर एंट्री करेंगे तो आपको मैनुअल चेकिंग नहीं करानी पड़ेगी। आप फेन्स रीडिंग से चेकइन कर सकेंगे। देश के दिल्ली, बेगलुरु, वाराणसी, विशाखापत्तनम्, कोयंबटूर, डाबोलिग, इंदौर, बागडोगरा, रांची, पटना, रायपुर, भुवनेश्वर, मुंबई, अहमदाबाद, कोच्चि, लखनऊ, जयपुर, गुवाहाटी एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा की सुविधा है।
ये होंगी डिजिटल खासियत
यात्रियों को अत्याधुनिक सेल्फ-बैग ड्रॉप और सेल्फ-बोर्डिंग गेट का लाभ मिलेगा। ये चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं को महत्वपूर्ण रूप से सुव्यवस्थित करेंगे। साथ ही वेटिंग टाइम को कम करेंगे और दक्षता में भी वृद्धि कर सकेंगे। एयरपोर्ट के सभी गेट डिजियात्रा सक्षम होगे। इस बायोमीट्रिक सिस्टम से तेज, सुरक्षित और पेपरलेस यात्रा संभव होगी।
कार्गो संचालन भी स्मार्ट
यह डिजिटल परिवर्तन केवल यात्रियों तक सीमित नहीं है। इसमे कार्गो संचालन, लॉजिस्टिक्स और एयरपोर्ट प्रबंधन तक सभी प्रक्रियाओं को स्मार्ट बनाना है। इस पहल के साथ भारत उन चुनिदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां पूरी तरह डिजिटल एयरपोर्ट का अनुभव मौजूद है। यह देश का पहला एयरपोर्ट होग, जहां डिजी यात्रा का अनुभव ले सकेंगे।
10 एयरोब्रिज आसान करेंगे सफर
नोएडा एयरपोर्ट पर 10 एयरोब्रिज बनाए गए है। इनके जरिये यात्री आसानी से टर्मिनल बिल्डिंग से विमान तक पहुंच सकेंगे। एयरोब्रिज की संख्या अधिक होने से इसमें भी भीड़ नहीं लगेगी। अगर एक साथ कई विमान आ जाएं भी यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी, बल्कि आसानी से आ-जा सकेंगे।
स्वच्छता पर है जोर
नोएडा एयरपोर्ट अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में एयरपोर्ट परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में सौदर्यकरण, स्वच्छता तथा यात्री सुविधा व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। यातायात एवं सुरक्षा प्रबंधन को लेकर भी काम चल रहा है। एयरपोर्ट से जुड़ी कनेक्टिविटी पर काम तेजी से चल रहा है। सड़क निर्माण तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट से सड़क संपर्क, माल परिवहन संपर्क, अग्निशमन केंद्र जलशोधन संयंत्र, पार्किंग का काम फिनिशिंग स्तर पर है।
उच्चस्तरीय होगी सुरक्षा
पुलिस एयरपोर्ट के संचालन से जुड़े सभी तकनीकी, सुरक्षा व प्रशासनिक पहलुओं पर भी काम चल रहा है। एयरपोर्ट परिसर में दो नए पुलिस थाने भी स्थापित हो रहे है। मुख्यमंत्री ने इन थानों की स्थापना और उनमें पर्याप्त पुलिस निर्देश दिए एसएफ ल ली है। संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध उच्च स्तर के सुनिश्चित किए जाएंगे।
जेवर में नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है। यह एयरपोर्ट अपने आप में कई रेकॉर्ड बनाएगा। एयरपोर्ट को डिजिटल-1 दृष्टिकोण के साथ विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यात्रियों को सुगम, कुशल और आधुनिक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। यहां एयरपोर्ट पर डिजिटल संचालन में स्विस तकनीक देखने को मिलेगी।
इस तरह कर सकेंगे सफर
अगर आप हवाई सफर करने जा रहे है तो डिजी यात्रा ऐप डाउनलोड कर टिकट की जानकारी डालनी होगी। इसमे आपको अपना आधार कार्ड भी अपडेट करना होगा। L जब आप एयरपोर्ट पर एंट्री करेंगे तो आपको मैनुअल चेकिंग नहीं करानी पड़ेगी। आप फेन्स रीडिंग से चेकइन कर सकेंगे। देश के दिल्ली, बेगलुरु, वाराणसी, विशाखापत्तनम्, कोयंबटूर, डाबोलिग, इंदौर, बागडोगरा, रांची, पटना, रायपुर, भुवनेश्वर, मुंबई, अहमदाबाद, कोच्चि, लखनऊ, जयपुर, गुवाहाटी एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा की सुविधा है।
ये होंगी डिजिटल खासियत
यात्रियों को अत्याधुनिक सेल्फ-बैग ड्रॉप और सेल्फ-बोर्डिंग गेट का लाभ मिलेगा। ये चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं को महत्वपूर्ण रूप से सुव्यवस्थित करेंगे। साथ ही वेटिंग टाइम को कम करेंगे और दक्षता में भी वृद्धि कर सकेंगे। एयरपोर्ट के सभी गेट डिजियात्रा सक्षम होगे। इस बायोमीट्रिक सिस्टम से तेज, सुरक्षित और पेपरलेस यात्रा संभव होगी।
कार्गो संचालन भी स्मार्ट
यह डिजिटल परिवर्तन केवल यात्रियों तक सीमित नहीं है। इसमे कार्गो संचालन, लॉजिस्टिक्स और एयरपोर्ट प्रबंधन तक सभी प्रक्रियाओं को स्मार्ट बनाना है। इस पहल के साथ भारत उन चुनिदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां पूरी तरह डिजिटल एयरपोर्ट का अनुभव मौजूद है। यह देश का पहला एयरपोर्ट होग, जहां डिजी यात्रा का अनुभव ले सकेंगे।
10 एयरोब्रिज आसान करेंगे सफर
नोएडा एयरपोर्ट पर 10 एयरोब्रिज बनाए गए है। इनके जरिये यात्री आसानी से टर्मिनल बिल्डिंग से विमान तक पहुंच सकेंगे। एयरोब्रिज की संख्या अधिक होने से इसमें भी भीड़ नहीं लगेगी। अगर एक साथ कई विमान आ जाएं भी यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी, बल्कि आसानी से आ-जा सकेंगे।
स्वच्छता पर है जोर
नोएडा एयरपोर्ट अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में एयरपोर्ट परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में सौदर्यकरण, स्वच्छता तथा यात्री सुविधा व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। यातायात एवं सुरक्षा प्रबंधन को लेकर भी काम चल रहा है। एयरपोर्ट से जुड़ी कनेक्टिविटी पर काम तेजी से चल रहा है। सड़क निर्माण तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट से सड़क संपर्क, माल परिवहन संपर्क, अग्निशमन केंद्र जलशोधन संयंत्र, पार्किंग का काम फिनिशिंग स्तर पर है।
उच्चस्तरीय होगी सुरक्षा
पुलिस एयरपोर्ट के संचालन से जुड़े सभी तकनीकी, सुरक्षा व प्रशासनिक पहलुओं पर भी काम चल रहा है। एयरपोर्ट परिसर में दो नए पुलिस थाने भी स्थापित हो रहे है। मुख्यमंत्री ने इन थानों की स्थापना और उनमें पर्याप्त पुलिस निर्देश दिए एसएफ ल ली है। संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध उच्च स्तर के सुनिश्चित किए जाएंगे।
You may also like

बिहार चुनाव: आरजेडी, जेडीयू या बीजेपी महिलाओं को टिकट देने के मामले में कौन आगे?

IPL 2026: केकेआर से जुड़ने वाले हैं रोहित शर्मा? मुंबई इंडियंस ने शाहरुख खान के डायलॉग से अफवाहों पर लगाया फुल-स्टॉप

PM Kisan Yojana: इन किसानों की कट सकती है अगली किस्त, सरकार ने जारी किया अलर्ट

आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का साइप्रस ने किया समर्थन

सुन्दरˈ स्लिम दिखने से लेकर कैंसर की बीमारी का इलाज है कुट्टू का आटा ,आईये जानते है किस तरह खाएं﹒




