पहलगाम में हुए हमले को देखते हुए सोशल मीडिया पर चर्चा है कि इस घटना को लेकर अशुभ संकेत अभी से दिखने लगे हैं। कहा जा रहा है कि देश में बड़ी उथल-पुथल के तीन अशुभ संकेत पहले ही मिल चुके थे। आइये देखें कि वह दुर्भाग्यपूर्ण घटना क्या है जिसकी सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है।
पहली घटना…
29 मार्च को शनि अमावस्या के दिन शनि 57 वर्षों के बाद कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषियों ने शनि के इस परिवर्तन के गंभीर प्रभावों के बारे में जानकारी दी थी।
भविष्यवाणी की गई थी कि स्वतंत्र भारत की वृषभ लग्न कुंडली में शनि का एकादश भाव में गोचर मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों में उतार-चढ़ाव लाएगा तथा पड़ोसी देशों द्वारा विश्वासघात का सामना भी करना पड़ सकता है।
इस योग में सूर्य और चंद्रमा जैसे शत्रु ग्रह हैं, जो सत्ता और राजनीति के लिए बड़ी उथल-पुथल का संकेत देते हैं और सत्ता में बैठे लोगों के लिए यह सूर्य-शनि योग विश्वासघात पैदा करता है।
एक और घटना…
ओडिशा स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर का ध्वज बहुत खास माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि गुंबद पर लहराता झंडा कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है। मंदिर का ध्वज हर दिन बदलता है। एक मान्यता के अनुसार जगन्नाथ मंदिर के गुंबद के आसपास किसी पक्षी या विमान का उड़ना अप्रत्याशित घटना मानी जाती है।
कुछ समय पहले, एक गरुड़ पक्षी रहस्यमय तरीके से जगन्नाथ मंदिर का पवित्र ध्वज लेकर आकाश में उड़ गया। स्थानीय लोगों और ज्योतिषियों के अनुसार यह घटना अशुभ संकेत है।
ऐसा कहा जाता है कि वर्ष 2020 में बिजली गिरने से झंडे में आग लग गई थी। इसके बाद कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। मान्यता के अनुसार झंडे भविष्य के बारे में संकेत देते हैं।
तीसरी घटना…
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्सा है। ऐसे में अंबालाल पटेल ने 11 अप्रैल को आतंकवादी गतिविधि की भविष्यवाणी की है। उन्होंने भविष्यवाणी में कहा,
5 ग्रहों की युति के कारण 19 मई से पहले राक्षसी तत्वों के बढ़ने की संभावना रहेगी। इससे आतंकवादी गतिविधियां बढ़ेंगी। इससे भारतीय सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाने की स्थिति पैदा होगी।
अंबालाल ने आतंकवादी गतिविधि की आशंका जताते हुए आगे कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को ऐसी स्थिति का ध्यान रखना होगा। ग्रहों की स्थिति के कारण 19 मई तक स्थिति को बनाए रखना होगा। इसमें बलूचिस्तान से लेकर उत्तर भारत तक पाकिस्तान की सीमाओं, पाकिस्तान के साथ गुजरात की सीमाओं और समुद्री सीमा पर सुरक्षा बढ़ाना शामिल है।
इसके साथ ही उन्होंने अगस्त महीने में सावधानी बरतने की भी बात कही है। अंबालाल का कहना है कि पाप ग्रहों के कारण अगस्त माह में बम जैसी घटना घट सकती है। युद्ध भड़काने के अवसर भी आ सकते हैं। यह मान लेना ठीक नहीं है कि एक हमला हो जाने के कारण अब कुछ नहीं होगा। इसलिए देश की सभी एजेंसियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
यह भविष्यवाणी वास्तव में सच होती दिख रही है। जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 28 लोगों की जान चली गई और 17 लोग घायल हो गए। जिसके कारण इस समय पूरा देश सदमे में है।
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