लाइव हिंदी खबर :- बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं। सभी देवी-देवताओं की आराधना से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा से होती है। शास्त्रों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है, जो सभी प्रकार की समस्याओं को समाप्त करते हैं। गणपति की पूजा से जीवन के संकट समाप्त होते हैं और धन, बुद्धि, विवेक, और समृद्धि में वृद्धि होती है। हालांकि, पूजा में यदि कोई गलती होती है तो यह परेशानी का कारण बन सकती है।
पूजा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
इन बातों का रखे विशेष ध्यान….
— बुधवार को व्रत रखने वाले भक्तों को नमक का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे अशुद्ध माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में संकट आ सकते हैं।
— गणेश जी की पूजा काले वस्त्र पहनकर नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मकता का प्रतीक है। पूजा के समय पीले, सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
— गणेश चतुर्थी के अवसर पर नीले और काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
— गणेश जी की पूजा में नई मूर्ति का उपयोग करें और पुरानी मूर्ति को विसर्जित कर दें। घर में दो गणेश मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए।
— यदि गणेश जी की मूर्ति के पास अंधेरा हो, तो दर्शन नहीं करना चाहिए। अंधेरे में दर्शन करना अशुभ माना जाता है।
— दीपक जलाते समय उसका स्थान बार-बार न बदलें। ज्योतिष के अनुसार, ऐसा करने से पूजा का फल नहीं मिलता।
— भोग में लगाई गई चीजें पूजा के बाद सिंघासन पर न छोड़ें, अन्यथा घर में दरिद्रता आ सकती है। इसे प्रसाद के रूप में बांट दें।
— गणेश जी को पूजा में तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं, क्योंकि तुलसी ने गणेश जी को श्राप दिया था।
— गणेश जी को दूर्वा चढ़ाते समय 21 गांठों वाली दूर्वा का ही उपयोग करें, क्योंकि इससे कम दूर्वा चढ़ाने पर पूजा सार्थक नहीं मानी जाती।
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