इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में एक युवती द्वारा आत्महत्या करने की घटना को लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एफआईआर के अनिवार्य पंजीकरण की नीति को पुन: सख्ती से लागू करने की मांग भजनलाल सरकार ने की है।
अशोक गहलोत ने इस संंबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स के माध्यम से कहा कि जोधपुर में मारपीट एवं दुव्र्यवहार से आहत एक युवती ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि पुलिस ने उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की और परिवार को 9 घंटे तक थाने में बिठाए रखा। यह दिखाता है कि भाजपा सरकार में पुलिस आमजन की सुनवाई नहीं कर रही है। पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
हमारी सरकार ने एफआईआर के अनिवार्य पंजीकरण की नीति लागू की जिससे हर फरियादी की एफआईआर दर्ज हो और अनुसंधान होकर तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचा जाए। केवल अपराध के आंकड़े घटाने के उद्देश्य से भाजपा सरकार ने इस नीति पर अघोषित रोक लगा दी, जिससे फरियादी आत्महत्या कर लेने तक परेशान हो रहे हैं पर पुलिस एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही।
मामले में स्थानीय थाना अधिकारी एवं उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए
अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले में स्थानीय थाना अधिकारी एवं उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए तथा एफआईआर के अनिवार्य पंजीकरण की नीति को पुन: सख्ती से लागू करना चाहिए। इस पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर केस ऑफिसर स्कीम में मामला चलाना चाहिए।
PC:livelaw
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