खाद बीज की दुकान चलाने वाले एक युवक की पत्नी को गुरुवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिवार ने महिला को तत्काल केआरएच (केन्द्रीय क्षेत्र अस्पताल) लेकर पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें शाम तक भर्ती नहीं किया।
इलाज में देरी बनी जानलेवाशाम को जब महिला का इलाज शुरू हुआ, तो नवजात बच्चा आधा ही बाहर आया और कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजन और ग्रामीण इस घटना से स्तब्ध हैं और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिवार में शोक और नाराज़गीमृतक नवजात का परिवार बेहद गरीब और साधारण है। माता-पिता और परिवारजन अस्पताल प्रशासन के खिलाफ गुस्सा और दुख व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि समय पर उचित इलाज मिलता तो बच्चा बच सकता था।
अस्पताल प्रशासन का बयानअस्पताल अधिकारियों ने कहा कि मामले की तत्काल जांच कराई जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है, तो जिम्मेदार डॉक्टरों और स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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