-प्रधानमंत्री एकता नगर में 1,140 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ-सरदार पटेल की जयंती पर 150 रु. का स्मारक सिक्का व डाक टिकट जारी करेंगे
New Delhi, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 और 31 अक्टूबर को दो दिवसीय Gujarat दौरे पर रहेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में शामिल होंगे और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री 30 अक्टूबर को एकता नगर, केवड़िया पहुंचेंगे, जहां वे ई-बसों को हरी झंडी दिखाएंगे और करीब 1,140 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना, आवागमन की सुविधा को बेहतर बनाना और पर्यावरण के अनुकूल पहलों को सशक्त करना है.
शाम को प्रधानमंत्री बिरसा मुंडा जनजातीय विश्वविद्यालय (राजपीपला), हॉस्पिटैलिटी डिस्ट्रिक्ट (फेज-1), वामन वृक्ष वाटिका, सप्तपुड़ा प्रोटेक्शन वॉल, ई-बस चार्जिंग डिपो और 25 इलेक्ट्रिक बसें, नर्मदा घाट एक्सटेंशन और स्मार्ट बस स्टॉप्स (फेज-2) जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही वह म्यूजियम ऑफ रॉयल किंग्डम्स ऑफ इंडिया, वीर बालक उद्यान, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, रेन फॉरेस्ट प्रोजेक्ट और ट्रैवलेटर जैसी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री सरदार पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 150 रुपये का एक विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे.
प्रधानमंत्री 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे. साथ ही एकता दिवस की शपथ दिलाएंगे और परेड का निरीक्षण करेंगे.
इस वर्ष की एकता दिवस परेड में एकता में विविधता विषय पर आधारित 10 झांकियां शामिल होंगी, जिनमें एनएसजी, एनडीआरएफ, Gujarat, जम्मू-कश्मीर, अंडमान-निकोबार, मणिपुर, Maharashtra, Chhattisgarh, Uttarakhand और पुडुचेरी की झांकियां होंगी. कार्यक्रम में 900 कलाकार भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को प्रस्तुत करेंगे.
प्रधानमंत्री इसके बाद आरंभ 7.0 कार्यक्रम के समापन अवसर पर 100वें फाउंडेशन कोर्स के अधिकारी प्रशिक्षुओं से भी बातचीत करेंगे. इस बार आरंभ का विषय रीइमेजिनिंग गवर्नेंस रखा गया है. इस कोर्स में भारत की 16 सिविल सेवाओं और भूटान की 3 सिविल सेवाओं के कुल 660 प्रशिक्षु शामिल हैं.
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(Udaipur Kiran) / प्रशांत शेखर






