मुरादाबाद, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . रोशनी और खुशियों भरे त्योहार पर आग लगने की घटनाएं घटने का अंदेशा भी बढ़ गया है. इसी को देखते हुए शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों में आग के खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया है. मख्य चिकित्सा अधिकारी डा कुलदीप सिंह ने Saturday को बताया कि आतिशबाजी की चपेट में आने वाले लोगों के इलाज के लिए मुरादाबाद महानगर में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला संयुक्त चिकित्सालय (जिला असपताल) में बर्न वार्ड पूरी व्यवस्थाओं के साथ तैयार है. इसके अलावा सभी सीएचसी और पीएचसी में भी प्राथमिक उपचार की सुविधा रहेगी. गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को यहां समुचित इलाज मिलने में महसूस होने वाली कठिनाई को देखते हुए उसे अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा तत्काल सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया जाएगा.
आपातकालीन चिकित्सा इंतजामों को अलर्ट किया गया है. मुरादाबाद के जिला अस्पताल समेत सभी सरकारी व प्रमुख निजी अस्पतालों को हाई अलर्ट कर दिया है. स्थानीय जिला अस्पताल में इमरजेंसी के साथ ही दस बेड के बर्न वार्ड में चिकित्सा इंतजामों को विशेष रूप से दुरुस्त किए जाने पर फोकस किया है. आपातकालीन सेवा में ड्यूटी दे रहे चीफ फार्मासिस्ट हेमंत चौधरी ने बताया कि दिवाली को लेकर चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी इस प्रकार से लगाई गई है कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध हो सकें. अस्पताल के बर्न वार्ड में चिकित्सा इंतजामों को चाक-चौबंद किया गया है. दस बेड के बर्न वार्ड में एसी की सुविधा भी उपलब्ध है. इसके चलते आग की चपेट में आकर झुलसे व्यक्ति को इलाज के दौरान संक्रमण होने की संभावना नहीं होगी.
जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्साधीक्षक डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि आग की चपेट में आकर झुलसे मरीजों के इलाज के लिए बर्न वार्ड में समुचित इंतजाम हैं. आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं बिना किसी बाधा के चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी. अस्पताल के पूरे स्टाफ को अलर्ट मोड पर रखा है. आकस्मिक स्थिति आने पर स्टाफ चिकित्सा सेवाएं देने के लिए तत्परता के साथ उपलब्ध रहेगा.
गंभीर झुलसे को सफदरजंग रेफर करेंगे डॉक्टर
दुर्भाग्यवश, किसी अग्निकांड में गंभीर रूप से झुलस जाने वाले व्यक्ति को समुचित इलाज जिला अस्पताल में ही मिलना संभव नहीं महसूस करने पर चिकित्सक उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर करेंगे.
आपातकालीन चिकित्सा सेवा से जुड़े जिला अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट हेमंत चौधरी ने बताया कि आग की चपेट में आकर झुलसे व्यक्ति को बेहतर इलाज मिलने की सुविधा के मामले में सफदरजंग अस्पताल माना जाता है. गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को यहां समुचित इलाज मिलने में महसूस होने वाली कठिनाई को देखते हुए उसे अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा तत्काल सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया जाएगा.
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
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