आयुर्वेद विश्वविद्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित, दीवार पर लिखा संदेश
जोधपुर, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन Rajasthan आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद में कुलगुरु प्रोफेसर महेंद्र कुमार आसेरी के मार्गदर्शन में स्तन कैंसर जागरूकता माह अक्टूबर 2025 के अवसर पर स्नातकोत्तर अगदतंत्र विभाग द्वारा ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस माह 2025 के तहत एक विशेष जागरूकता गतिविधि का आयोजन किया गया.
इस विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ पीजीआईए के प्राचार्य प्रोफेसर चंदन सिंह ने दीवार पर प्रेरणादायक संदेश लिखकर किया. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि स्तन कैंसर का शीघ्र निदान ही इसके सफल उपचार की कुंजी है. प्रत्येक महिला को अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए.
कैंसर यूनिट प्रभारी प्रोफेसर रितु कपूर ने बताया कि स्तन कैंसर जागरूकता माह के अंतर्गत पूरे अक्टूबर माह में विभिन्न प्रकार की जागरूकता गतिविधियां, स्वास्थ्य वार्ताएं, और आउटरीच प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य समाज में कैंसर के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना है.
संकाय और विद्यार्थियों की सहभागिता
कार्यक्रम में चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. गोविंद गुप्ता, क्रिया शारीर विभागाध्यक्ष प्रो. दिनेश चंद शर्मा, उपकुलसचिव डॉ. मनोज कुमार अदलक्खा, फार्मेसी निदेशक डॉ. विजयपाल त्यागी, और सीएचआरडी निदेशक डॉ. राकेश कुमार शर्मा , डॉ प्रवीण कुमार ,डॉ अनिता ,डॉ अरुणा तिवारी सहित सभी संकाय सदस्य, स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. सभी प्रतिभागियों ने पीजीआईए परिसर की दीवार पर स्लोगन और संदेश लिखकर स्तन कैंसर जागरूकता के प्रसार में अपना योगदान दिया. इन स्लोगनों में महिलाओं को नियमित जांच, आत्म-परीक्षण और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया.
स्कूल स्तर पर भी हुआ आउटरीच प्रोग्राम
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रोफेसर दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भाटियानाड़ी में एक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें स्कूली छात्राओं को स्तन कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए डॉ. अरुणा तिवारी ने विशेष व्याख्यान दिया. अपने व्याख्यान में उन्होंने स्तन कैंसर के लक्षण, कारण, रोकथाम और आत्म-परीक्षण विधि के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि हर महिला को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी असामान्य परिवर्तन पर चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए.
(Udaipur Kiran) / सतीश
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